जम्मू-कश्मीर: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 26 निर्दोष सैलानियों की निर्मम हत्या कर दी गई, जिससे पूरे भारत में शोक और आक्रोश का माहौल है। इस घटना ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि राजनीतिक दलों के बीच तीखी बयानबाज़ी भी शुरू हो गई है। हमले के बाद कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुपस्थिति को दर्शाते हुए 'जिम्मेदारी के समय गायब' लिखा गया था। इस पोस्ट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया दी, इसे 'सर तन से जुदा' नारे से जोड़ते हुए कांग्रेस पर प्रधानमंत्री के खिलाफ उकसावे का आरोप लगाया। ([Politics (राजनीति) की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग राजनीति न्यूज़
नरेंद्र मोदी ने इस हमले के बाद तीनों सेनाओं को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट दे दी है। उन्होंने कहा, "आतंकवाद को करारा झटका देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है।" इस निर्णय से स्पष्ट है कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है। ([पहलगाम हमला: PM बोले- आतंकवाद को कुचलना हमारा राष्ट्रीय संकल्प .
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हमले की जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल पर मौजूद सभी लोगों से पूछताछ कर रही है। NIA का उद्देश्य हमले के पीछे की साजिश को उजागर करना और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाना है।
देशभर में लोग इस हमले के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं, विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी हमले की निंदा की जा रही है और लोगों की भावनाएं उबाल पर हैं। ([पहलगाम हमले पर विवादित सोशल मीडिया पोस्ट, नॉर्थ ईस्ट से विधायक .
पहलगाम आतंकी हमला न केवल एक सुरक्षा चूक है, बल्कि यह राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का कारण भी बन गया है। सरकार को चाहिए कि वह आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाए और राजनीतिक दलों को इस संवेदनशील मुद्दे पर संयम बरतना चाहिए। देश की सुरक्षा और एकता के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। ([Politics (राजनीति) की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग राजनीति न्यूज़
.jpeg)